कथारा : शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के 93 वां शहीदी वर्ष पर शनिवार को जारंगडीह गुरुद्वारा में गुरुवाणी भजन कीर्तन कर उन्हें याद कर नमन किया। इसके पूर्व सिख समाज के लोगो व जारंगडीह के आम नागरिक सहित राजनीतिक दल के नेताओं ने भगत सिंह चौक पर अवस्थित भगत सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके किये गए कार्यो का बखान किया गया। यहां मुख्य रूप से उपस्थित गुरुनाम सिंह आदि ने कहा कि वर्ष 1931 में अग्रेजो के खिलाफ आंदोलन कर भारत देश को आजाद करने की शुरुआत के लिए शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव ने अपने जान को जोखिम में डालते हुए बम का प्रहार किया उसके एवज में अंग्रेजो ने फांसी की सजा सुनाई भगत सिंह ने अपने प्राणों की आहुति हसंते हसंते दे दिया। भगत सिंह राजगुरु व सुखदेव ने जिस तरह भारत को आजादी दिलाने में अपनी सहभगिता दिया उसे आज याद करने की जरूरत है उनके द्वारा दिये गए संदेशो को अपने जीवन मे उतारने की जरूरत है। गुरुद्वारा में लंगर की व्यवस्था की गई। मौके पर गुरुमीत सिंह, सरजीत सिंह,सार्दुल सिंह, रणधीर सिंह, राणा सिंह, बसिस सिंह, मंजीत सिंह, बलबीर सिंह, लाल सिंह, जसपाल सिंह आदि उपस्थित थे।