योजना के नाम पर ठीकेदारी की दूकान पर रोक लगायें सरकार 

UMA SHANKAR THAKUR
3 Min Read

योजना के नाम पर ठीकेदारी की दूकान पर रोक लगायें सरकार 

गायछंदा पंचायत के पाथुरीया में बने सभी शेड एवं भवन पड़े बेकार

सब बिजली ग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड काम अधूरे

जैनामोड़ । जरीडीह प्रखंड अंतर्गत गायछंदा पंचायत के राजस्व ग्राम पाथुरीया में सरकारी योजनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । इस ग्राम में सरकारी योजनाएं ‌दर्जनों की संख्या में आवंटित किया गया है । लेकिन एक भी योजनाओं का जनहित में काम नहीं होता देखा जा रहा है । बताया जाता है कि पाथुरीया स्थित सुनील कुमार चटर्जी के जमीन पर बाजार ‌शेड का निर्माण वर्षों ‌ पूर्व लाखों रुपए की लागत से कराया गया ‌। लेकिन बाजार – शेड पूरी तरह से बेकार होकर टुट के कगार पर पड़े हैं । यहां जंगल और झाड़ियों का साम्राज्य ‌बन गया है । लाखों रुपए की‌ लागत से तीन -तईन बड़े बड़े तालाब का निर्माण कराया गया है । यह तालाब का निर्माण बाजार के लोगों के सुविधा के लिए अनुसंशा के बाद बनकर बेकार पड़े हैं । लाखों रुपए खर्च कर ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब , असहाय , मजबूर लोगों की स्वास्थ्य जांच एवं ‌सुविधा के लिए बनाए गए थे । लेकिन नियमित रूप से चिकित्सक उपलब्ध नहीं रहते है । अर्द्ध निर्मित यात्री शेड वर्षों से खड़ा सफेद हांथी की तरह शोभा की वस्तु बन कर खड़ा है । अब इसी स्थान पर लाखों की लागत से अस्पताल भवन का निर्माण घटिया किस्म की ईंट -बालू से कराया जा रहा है । ताकि सुनसान जगह का ठीकेदार मनमाने ढंग से योजना के साथ अफसरों के साथ मिलकर लाभ उठा सकें । जरीडीह प्रखंड अंतर्गत इस क्षेत्र का दर्द देखने वाला कोई नहीं है । इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग के तहत ग्रामीण बाजार लगाने की मांग की है । वर्षों पूर्व ग्रामीणों को निरंतर बिजली ग्रिड स्टेशन का निर्माण के लिए शिलान्यास किया गया था । निर्माण कार्य के रूप में लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं । लेकिन निर्माण कार्य नहीं किया गया । लाखों रुपए ठीकेदारों एवं अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी खजाने को लुटने का काम किया गया । यहां योजनाओं के नाम पर ठीकेदारी का दूकान चलाया जा रहा है । सरकारी खजाने को लूटने से बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए ।उक्त संबंध में अधिकारियों ने कहा कि सरकारी योजनाओं से निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाता है । लेकिन उसकी सुरक्षा और देखभाल करने की जिम्मेदारी स्थानीय लोगों की होती है । योजनाओं का अनुसंशा स्थानीय लोगों की मांग पर की जाती है ।

Share this Article
Leave a comment