2 वर्ष पहले गिरा विशाल पेड़ अचानक खड़ा होने से बना कोतुहल का विषय
लोगों के बीच होती रहे चर्चा किसी ने दैविक चमत्कार किसी ने कुछ तंत्र विद्या होने की चर्चा करते रहे
दिन भर देखने के लिए जुटती रही भीड़ तरह तरह का लगते रहे कयास।
कथारा: सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र जारंगडीह परियोजना क्षेत्र के पुराना फिलटर हॉउस परिसर मे अवस्थीत विशाल पेड़ बीते दो वर्ष पूर्व सुख कर गिर गया था लोग जलावन के लिए उसके सारे टहनी को काट कर ले भी गए लेकिन शनिवार के सुबह उक्त सूखा गिरा हुआ विशाल पेड़ अचानक खड़ा होने लगा इसे देख फिलटर हॉउस मे कार्यरत सीसीएल कर्मचारी सुरेश चौहान भयभीत होकर भागने लगे तथा इसकी जानकारी आस पास के लोगो को दिया इस तरह की सुचना पाकर काफ़ी लोगो की भी जुट आई ओर यहां तरह तरह के कयास लगाने लगे कोई देविक चमत्कार तो कोई भूत प्रेत का कारनामा का हवाला देने लगा यह घटना की सुचना जंगल की आग के तरह फ़ैल गई लोगो की भीड़ देखने के लिए दिन भर जुटती रही लेकिन कोई सटीक बात का पता नहीं लगा सका की किस कारण से गिरा सूखा पेड़ खड़ा हो गया। समाचार लिखें जाने तक पूरा बाजार मे इस बात का कोतुहल बना हुआ है। जबकि वास्तविकता कुछ ओर है जहां पेड़ था उसके ठीक सामने महज 50 मीटर मे ब्रिटिश जमाने का चाणक खदान था उसमे वर्ष 1922 से 1950 तक कोयला निकला गया है बाद मे बंद हो गया जिसके कारण चाणक चारो ओर भूमिगत खदान का गोफ है ज़ब उस गोफ की मिट्टी दब गई तो सूखा गिरा हुआ विशाल पेड़ खड़ा हो गया इसपर लोगो का ध्यान बाद मे जाने लगा तब लोग दबी जुबान मे इस बात को स्वीकार करने लगे।

जहां पेड़ खड़ा हुआ है वहाँ की जमीन दलदल रूप से है ओर जमीन फटा हुआ दिख रहा है। इस संदर्भ मे सीसीएल के कई अधिकारी से पूछा गया तो कुछ भी कहने से परहेज किया तथा कहा की इसकी जाँच के लिए टीम बुलाया जायेगा।