जामताड़ा : जिला का ऐतिहासिक करमदाहा मेला का शुभारंभ आज मकर संक्रांति के दिन से प्रारंभ हो गया और 15 दिनों तक चलेगा। गौरतलब है कि इस मेले का आयोजन लगभग 400 वर्षों से होते आ रहा है। यह मेला जामताड़ा जिला के नारायणपुर प्रखंड के अंतिम छोर पर दुखिया बाबा मंदिर के समीप बराकर नदी के मनोरम तट के पास हर वर्ष लगता है। वहीं इस मेले का सरकारी आदेश पर डाक किया गया, जहां 59 लाख रुपए की बोली लगी। जिले का यह सबसे बड़ा और ऐतिहासिक मेला है। 15 दिवसीय करमदाहा मेला का विधिवत उद्घाटन विधायक इरफान अंसारी, एसडीपीओ आनंद ज्योति मिंज, बीडीओ मुरली यादव, थाना प्रभारी दिलीप कुमार, मेला कमेटी के संयोजक इलियास अंसारी, मुखिया नंदलाल सोरेन ने आज फीता काटकर किया। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में लोग भी मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि दुखिया बाबा मंदिर ऐतिहासिक मंदिर है और यहां लगने वाला मेला सबसे बड़ा मेला है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार इसे गंभीरता पूर्वक ले और इस मेले को राज्य स्तरीय मेला का दर्जा दे।