एकल आभियान के द्वारा मनाया गया स्वामी विवेकानंद जयंती।

BALESHWAR MAHTO
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नावाडीह प्रखंड क्षेत्र के फुटबॉल ग्राउंड गोबरगढ़ा गांव में गुरूवार को एकल अभियान बोकारो के द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंति धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान युवा दिवस के उपलक्ष्य में खेल कूद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ बीडीओ संजय सांडिल्य,मुखिया गायत्री देवी,अभियान के अंचल उपाध्यक्ष बसंत राय,संच प्रेरक महेंद्र महतो,फुसरो नगर प्रचारक बासुकीनाथ एवं प्रभाग के CSR प्रमुख गजानंद पंडित ने सयुक्त रूप से दीप प्रज्जवित कर एवं सरस्वती माता,भारत माता तथा स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया ।तत्पश्चात ब्यास द्वारा ओम कार गायत्री मन्त्र किया गया। इससे पूर्व बच्चो द्वारा फुटबॉल ग्राउंड से प्रभात फेरी निकाली गई जिसने भारत माता की जय, स्वामी विवेकानंद अमर रहे के नारे लगाते हुवे ब्लॉक मोड़ होते हुए वापस ग्राउंड लौटे। बीडीओ संजय सांडिल्य ने कहा की

उनका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था, वें बचपन से ही आध्यात्मिकता की और उनका झुकान रहा। उनके गुरु रामकृष्ण की मृत्यु के बाद विवेकानंद जी ने बड़े पैमाने पर भारतीय उप महाद्वीपो की यात्रा की और ब्रिटिश भारत में तत्कालीन स्थितियों का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त किया,भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदांत दर्शन पुरे देश में स्वामी विवेकानंद जी के कारण ही पहुंचा ,पढ़ाई में अच्छे होने के बावजूद 25 साल के उम्र में अपने गुरु से प्रभावित होकर नरेंद्रनाथ ने सांसारिक मोह माया त्याग दी और सन्यासी बन गए। संन्यास लेने के बाद उनका नाम विवेकानंद पड़ा।
बच्चों को सम्बोधित करते हुवे महेंद्र महतो ने कहा की आज हमें स्वामी विवेकानंद जी द्वारा बताये गए मार्ग पर चलने की जरूरत हैं उनके बताये गए रास्ते पर चल कर ही हम अपने देश को विश्व गुरु बना सकते हैं । स्वामी विवेकानंद जी की जयंती को देश के युवाओं के नाम समर्पित करते हुए हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। चूंकि वह वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। छोटी उम्र से ही उन्हें अध्यात्म में रुचि हो गई थी। अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में बुलाया गयाए जहां उन्होंने ऐतिहासिक भाषण दिया। करोड़ों लोग उन्हें अपना आदर्श मानने लगे और आज भी उनके विचारों का अनुसरण करते हैं। स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करके सुखी और सफल जीवन व्यतीत किया जा सकता है। कार्यक्रम में सौ मीटर की दौड़,जलेबी रेस बालक बालिका अलग अलग किया गया तथा एकल विद्यालय के बच्चों ने बाल गीत प्रस्तुत किया गया।100मी दौड़ में कुणाल कुमार, बंटी कुमार, धीरज कुमार, जलेबी रेस बालिका वर्ग में गुंजा कुमारी, होलिका कुमारी,पूनम कुमारी तथा बालक वर्ग में विजय कु महतो मनोज कु, बजरंगी महतो ने क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया । विजेता को कप तथा मेडल देकर पुरस्कृत किया गया ।मौके पर फुसरो महानगर प्रचारक वासुकीनाथ जी , अंचल उपाध्यक्ष, बसंत राय ,संच सचिव फूलचंद किस्कू ,प्रभाग P3 CSR प्रमुख गजानन पंडित ,भाग व्यास हेमंत लाल ,बोकारो अंचल अभियान प्रमुख प्राणचंद्र महतो , प्राथमिक प्रशिक्षण प्रमुख नंद किशोर महतो ,ग्राम स्वराज प्रमुख नरेश महतो , अंचल व्यास श्रीमती सावित्री देवी,नावाडीह संच प्रमुख बालेश्वर प्र महतो ,टेकलाल महतो,हेमंती देवी,चंपा देवी,सुनील महतो,ग्रामीण रामदास मुर्मू,लखन महतो,बेनी महतो, दर्जनों आचार्य एवं सैकड़ो बच्चे उपस्थित रहें ।

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