अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जरीडीह इकाई द्वारा जैनामोड़ मैं स्वामी विवेकानंद  की जयंती मनाई गई।  पूरे विश्व में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है।

UMA SHANKAR THAKUR
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जैनामोड़(झारखंड):अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जरीडीह इकाई द्वारा जैनामोड़ मैं स्वामी विवेकानंद  की जयंती मनाई गई।  पूरे विश्व में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सोनू सिंह एवं मंच संचालन रोशन जायसवाल ने किया।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर एवं स्वामी विवेकानंद जी के प्रतिमा में माला अर्पण कर प्रारंभ की गई। जिसके बाद छात्रों के बीच निबंध, भाषण, चित्र लेखन प्रतियोगिता का कार्यक्रम किया गया।धनबाद विभाग संयोजक नवीन महतो  ने कहा स्वामी विवेकानन्द जी का जन्म 12 जनवरी को हुआ। वो वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है। वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे। उन्हें 2 मिनट का समय दिया गया था लेकिन उन्हें प्रमुख रूप से उनके भाषण की शुरुआत “मेरे अमेरिकी बहनों एवं भाइयों” के साथ करने के लिये जाना जाता है। उनके संबोधन के इस प्रथम वाक्य ने सबका दिल जीत लिया था।

मौके पर कराये गये  प्रतियोगिता में  विजेता ओम प्रजापति, विक्रम कुमार सिंह, अमन सिंह राजपूत  को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

समारोह में मुख्य रूप से  शंभू नायक, अंकित कुमार, रोहित अग्रवाल, आर्यन सिंघल , सुजल कुमार, आकाश कुमार, अभय कुमार, अनीश कुमार, रूपेश कुमार दे समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

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