जैनामोड़(बेरमो): कसमार प्रखंड के टांगटोना पंचायत में मुखिया सुमित्रा कुमारी द्वारा नावाडीह गांव को बाल विवाह मुक्त गांव घोषित करते हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया ।कसमार प्रखंड को बाल विवाह मुक्त गांव को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार को प्रखंड के तीन गांव कसमार, सुरजुडीह व टांगटोना पंचायत के एक गांव नावाडीह को मुखिया की अध्यक्षता में बैठक कर बाल विवाह मुक्त गांव घोषित कर दिया गया। इस दौरान मौजूद लोगों ने गांव में बाल विवाह नहीं होने देने का संकल्प लिया। वही तीन गांवों में बाल मजदूरी, बाल व्यापार व बाल यौन शोषण के रोकथाम के लिए कारगर प्रयास करने का निर्णय लिया गया। मुखिया सुमित्रा कुमारी परिपूषा कुमारी ने कहा कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन व सहयोगिनी बहादुरपुर द्वारा चलाए जा रहे अभियान बाल विवाह मुक्त गांव का कार्यक्रम काफी सराहनीय है। इस अभियान में सभी को जुड़कर काम करना होगा। मुखिया ने कहा कि यह काम प्रत्येक गांव में होना चाहिए ताकि बाल विवाह जैसी कुरीति जड़ से खत्म किया जा सके ।हो सहयोगिनी के जिला समन्वयक फुलेनद रविदास ने बताया कि पूरे कसमार प्रखंड के 40 गांवों को संस्था द्वारा बाल विवाह मुक्त गांव घोषित करने का संकल्प लिया गया है। जिसमे अभी तक 30 गांवों को अभियान चलाते हुए स्थानीय मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधि सहित सामाजिक कार्यकर्ता की उपस्थिति में बाल विवाह मुक्त गांव घोषित कर दिया गया है। मौके पर अरविंद कुमार,विजय कुमार महतो, प्रवीण कुमार, विकास कुमार,रवि कुमार,मिंटी कुमारी सिन्हा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।