भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर सरकार की 3 वर्षों की नाकामी को जनता के समक्ष रखी. भाजयुमों के बैनर तले गुरूवार को दुमका में आक्रोश मार्च निकाला गया. शहर के वीर कुंवर सिंह चौक पर काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए और जुलुश की शक्ल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टीन बाजार चौक पहुंचे. जहां सरकार का पुतला दहन किया गया.
दुमका : राज्य सरकार के तीन वर्ष पूरे हो गए हैं. इस मौके पर राजधानी से लेकर उपराजधानी तक सरकार द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां मंच से सरकार की उपलब्धियों को गिनाया गया. आगामी दो वर्षों की कार्ययोजना के आधार पर बड़े-बड़े वायदे किए जा रहे है. एक तरह से कहें तो पूरे राज्य में उत्सवी माहौल में जश्न मनाया गया. लेकिन इस सबके बीच भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर सरकार की 3 वर्षों की नाकामी को जनता के समक्ष रखी. भाजयुमों के बैनर तले गुरूवार को दुमका में आक्रोश मार्च निकाला गया. शहर के वीर कुंवर सिंह चौक पर काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए और जुलुश की शक्ल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टीन बाजार चौक पहुंचे. जहां सरकार का पुतला दहन किया गया.
रैली में सरकार की नाकामी की चर्चा
इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री लुइस मरांडी भी शरीक हुई. अपने संबोधन में उन्होंने राज्य सरकार पर चौतरफा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब से हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने तब से सरकार के पास कोई उपलब्धि नहीं है. सरकार ने जनता को सिर्फ ठगने और लूटने का काम किया है. कोल्हान से लेकर संथाल परगना प्रमंडल तक लोग त्रस्त हैं. सरकार बनते ही कोल्हान में सामूहिक नरसंहार हुआ जिसके शिकार आदिवासी हुए. संथाल परगना प्रमंडल में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. दुमका का पेट्रोल कांड ने सभी को दहला कर रख दिया. चंद महीनों में 3 पेट्रोल कांड की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया. बात यहीं समाप्त नहीं हुई. एक तरफ जहां दुमका में आदिवासी बेटी को मार कर फांसी के फंदे पर लटका दिया गया तो वहीं साहिबगंज के बोरियो की घटना झारखंड में अपने तरह की पहली घटना है, जहां एक पहाड़िया महिला को टुकड़ों में काट दिया गया और वह भी मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में. उन्होंने कहा कि सरकार आखिर किस आधार पर अपने आप को आदिवासी की हितेषी कह रही है. पूर्व मंत्री ने वर्तमान राज्य सरकार को महिला विरोधी, किसान विरोधी और युवा विरोधी करार दिया. साथ ही उन्होंने कहा की बहू बेटियां ना तो घर में सुरक्षित है ना ही घर के बाहर. सत्ता में आते ही सरकार ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को बंद कर यह साबित किया कि सरकार किसान विरोधी है. पूर्ववर्ती सरकार ने युवाओं को जो रोजगार दिया था वर्तमान सरकार ने उसे छीनने का काम किया है. सरकार हर मोर्चे पर विफल है और सरकार की नाकामी को जनता के समक्ष रखने के लिए भाजपा आज सड़कों पर उतर कर आक्रोश मार्च निकाली है.