नावाडीह: दक्षिण अफ्रीका के कैमरून में फंसे नावाडीह के 18 प्रवासी मजदूर सकुशल घर लौट आए हैं, जिससे गांव में खुशी का माहौल है. बॉम्बे मेल ट्रेन नंबर 12322 सुबह 4:19 बजे पारसनाथ स्टेशन पहुंचने पर गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने उनका स्वागत किया.
महिला बाल विकास मंत्री बेबी देवी के ट्वीट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग झारखंड सरकार ने त्वरित कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप इन मजदूरों की सकुशल वापसी संभव हो सकी.
बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के 18 मजदूर डुमरी से बस पर सवार होकर नावाडीह प्रखंड कार्यालय पहुंचे, जहां बीडीओ प्रशांत कुमार हेंब्रम और सीओ अभिषेक कुमार ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया और उन्हें घर तक पहुंचाया.
मजदूरों ने घर पहुंचते ही देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की और परिवार के साथ खुशी मनाई. मजदूरों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और महिला बाल विकास मंत्री बेबी देवी का धन्यवाद किया और राज्य में ही रोजगार की मांग की.
बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के 18 श्रमिक मजदूर डुमरी से बस पर सवार होकर नावाडीह प्रखंड कार्यालय पहुंचे जहां सभी मजदूरों को प्रखंड सभागार कक्ष में बीडीओ प्रशांत कुमार हेंब्रम , सीओ अभिषेक कुमार आदि द्वारा माला पहनाकर स्वागत किया गया साथ ही सभी मजदूरों को ब्रेक फास्ट करा का बीडीओ अपने साथ सभी को चार पहिया वाहन से मजदूरों को घर तक पहुंचाया। मजदूरों को घर पहुंचते ही परिवार की आंखों में खुशी की आंसू झलक पड़े। इसके बाद परिवार वाले ने देवी देवता को पूजा अर्चना व पैर पखार कर घर प्रवेश कराया.
सभी मजदूर नावाडीह प्रखंड के उपरघाट के है
मोहन महतो, डेगलाल महतो, परमेश्वर महतो, गोविंद महतो, जगदीश महतो, मुरारी महतो, लखीराम महतो, पुसन महतो, धनेश्वर महतो, अनु महतो, चूरामन महतो, शीतल किस्कू, कुलदीप हंसदा, पेक पंचायत कमलेश कुमार महतो, महेश महतो, दमोदर महतो, मुकुंद कुमार नायक, कालेश्वर प्रसाद महतो, चिंतामन महतो, पोखरिया पंचायत के हैं.