रैगिंग पर बवाल, कस्तूरबा विद्यालय भौंरा में सीनियर छात्राओं पर जूनियर से दुर्व्यवहार का आरोप
दर्जनों भर अभिभावकों ने स्कूल पहुंच मांगी बच्चियों की टीसी
धनबाद : झरिया के भौंरा स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में रैगिंग का मामला तूल पकड़ने लगा है. बच्चियों के अभिभावक काफी परेशान हो गए हैं. बुधवार को दर्जन भर अभिभावक विद्यालय पहुंचे और वार्डन से अपनी बच्चियों की टीसी की मांग करने लगे. अभिवावकों का आरोप है कि शिक्षा के मंदिर में सीनियर छात्राओं द्वारा जूनियर के साथ दुर्व्यवहार व गलत हरकत की जा रही है. इससे बच्चियां काफी परेशान हैं. अभिभावकों ने यह भी कहा यदि ऐसा ही चलता रहा, तो यहां की बच्चियां भी कोटा की तरह आत्महत्या करने को विवश हो सकती हैं. कभी तनाव में आकर बच्चियां कोई अनहोनी न कर बैठें, इसलिए उनलोगों ने निर्णय लिया कि अपनी बच्चियों का नाम यहां से कटा लें. ज्ञात हो कि रैगिंग की सूचना पाकर मंगलवार को प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी लीला उपाध्याय ने भी विद्यालय का दौरा किया था. उन्होंने वार्डन से मामले की जानकारी ली और छात्राओं से भी अलग-अलग बातचीत की. इसके अलावा पीड़ित छात्रा से भी संपर्क का प्रयास किया था. उन्होंने वरीय अधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंपने की बात कही है.
रैगिंग की जानकारी मिलने के बाद अभिभावक परेशान
कक्षा सात की एक छात्रा के पिता दीपक कुमार दास ने बताया कि रैगिंग मामले की जानकारी मिलने के बाद से काफी परेशान हैं. पत्नी ने बेटी का नाम कटा कर टीसी लाने को कहा है, ताकि बच्चे की भविष्य सुरक्षित रह सके. इसलिए आज अपनी बेटी की टीसी लेने विद्यालय पहुंचे थे. कई अभिभावकों ने कहा कि यहां पर बच्चियों के साथ सीनियर छात्राएं बदसलूकी करती हैं, बाथरूम साफ कराती हैं, गालीगलौज करती हैं. जिन बच्चियों ने उनका विरोध किया, उनके साथ और भी बुरा सलूक होता है, इस कारण बच्चियां डर से चुप रहने में ही भलाई समझती हैं. ऐसे में यहां अपनी बच्चियों को पढ़ाना मुश्किल है.
विद्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग
भाजपा नेता उमेश यादव ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में रैगिंग का मामला काफी दुखद है. सीनियर छात्राओं द्वारा जूनियर छात्राओं के साथ की गई वारदात शर्मसार करने वाली है. वार्डन को इस मामले में उचित जांच कर दोषी छात्राओं पर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्होंने विद्यालय परिसर के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की भी मांग की. कहा कि जूनियर छात्राएं हर मामले की जानकारी अपने अभिवावक या शिक्षिका को नहीं दे सकती. वह घटना के बाद डरी सहमी रहती हैं. ऐसे में अगर विद्यायल में सीसीटीवी कैमरा रहेगा, तो किसी भी गंभीर मामले की सही जांच की जा सकती है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई : वार्डन
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, भौंरा की वार्डन पुतुल कुमारी ने कहा कि जिस छात्रा के साथ रैगिंग या गलत हरकत की गई है, वो सीधे तौर आरोपी का नाम स्कूल प्रबंधन को दे देती है, तो उक्त छात्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यदि नाम नहीं मिला, तो फिर हम किस पर कार्रवाई करेंगे. हालांकि वरीय अधिकारियों की जांच भी जारी है. फिलहाल, आरोप के कोई सबूत नहीं मिले हैं. उन्होंने सभी अभिभावकों से टीसी नहीं लेने का आग्रह किया.